ई-श्रम कार्ड से असंगठित श्रमिकों की जिंदगी में आएगा बदलाव, जानें क्यों है जरूरी
Read Moreमथुरा। सरकार द्वारा महीने में दो बार राशन वितरण किया जा रहा है। राशन की दुकानों से ग्रामीण राशन को लेकर चावल को सस्ता मंदा बेच दे रहे हैं। इससे बिचौलियों का चोखा धंधा चल निकला है। यहां ज्यादातर घरों में लोग नियमित रूप से चावल नहीं खाते हैं। जबकि राशन में चावल नियमित रूप से मिल रहा है। गेहूं को तो लोग अपने उपयोग में ले लेते हैं और चावल को बचे देते हैं। राशन के चावल की कालाबाजारी की बात अक्सर सामने आती है जबकि राशन के गेहूं की कालाबाजारी का जनपद में अब तक कोई मामला सामने नहीं आया है। गांवों में ऑटो रिक्शा वाले राशन के चावल को खरीद रहे हैं और बाजार में बेचा जा रहा है। जिसकी कालाबाजारी बड़े जोर शोर से चल रही है आज आपूर्ति इंस्पेक्टर छाता मोहन प्रकाश उपाध्याय द्वारा सूचना मिलने पर एक युवक इमरान निवासी कोसीकला छाता क्षेत्र के आसपास के गांव से सरकारी चावल को खरीदकर ऑटो में लादकर कोसी की तरफ जा रहा था तभी उसे छाता के समीप आपूर्ति इंस्पेक्टर द्वारा पकड़ लिया गया और आॅटो को ले जाकर थाने में खडा कर करा दिया गया। वहीं आपूर्ति इंस्पेक्टर छाता ने जानकारी देते हुए बताया कि करीब नौ क्विंटल इसके पास से चावल बरामद किए गए हैं आरोपित के खिलाफ विधिक कार्यवाही की जा रही है
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