ई-श्रम कार्ड से असंगठित श्रमिकों की जिंदगी में आएगा बदलाव, जानें क्यों है जरूरी
Read Moreमथुरा। गुरु पूर्णिमा पर ब्रज के मठ, मंदिर, आश्रमों में भीड उमड रही है। शिष्य पूजन अपने गुरु के प्रति कृतज्ञता जता रहे हैं। वात्सल्य ग्राम में बड़े ही उल्लास के साथ मनाया गया गुरु पूर्णिमा महोत्सव देश भर से आए हजारों की संख्या में शिष्यों को अपना आशीर्वाद देते हुए साध्वी ऋतंभरा ने गुरु पूर्णिमा का महत्व समझाया। उन्होंने कहा कि गुरु पूर्णिमा गुरु के प्रति कृतज्ञता प्रकट करने का दिवस है क्योंकि सनातन जगत में गुरु का विशेष महत्व है परमात्मा से मिलाने में गुरु की बहुत बड़ी भूमिका रहती है। हम परमात्मा को ही गुरु के रूप में देखते हैं क्योंकि भगवान निराकार निर्गुण हैं और सगुण रूप में हम गुरुदेव के पास आकर ईश्वरीय सत्ता का अनुभव करते हैं।
श्री राधा दामोदर मन्दिर वृन्दावन में आज श्री गुरु पूर्णिमा के पावन पुण्य अवसर पर श्री गुरु पूजन विधि विधान से किया गया। इसके अंतर्गत आचार्य परम्परा के अनुसार मन्दिर स्थित श्रील रूप गोस्वामी , श्रील जीव गोस्वामी और मन्दिर के नित्य सेवायत आचार्य निर्मल चन्द्र गोस्वामी महाराज की समाधियों पर मन्दिर के वर्तमान सेवायत आचार्य तरुण गोस्वामी महाराज, आचार्य करुण गोस्वामी महाराज, अचार्य कृष्ण बलराम गोस्वामी महाराज और आचार्य पूर्ण चन्द्र गोस्वामी महाराज द्वारा पारम्परिक रूप से नियमित विधि विधान से पूजन, आरती एवं पुष्प अर्पित किए गए।
फोगला आश्रम के पीछे एकता भवन में गुरु पूर्णिमा का पर्व बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया गया।
अध्यात्म गुरु महामंडलेश्वर स्वामी कृष्णानंद महाराज का बड़े भावपूर्ण ढंग से गुरु पूजन किया एवं भागवत गुरुकुलम के तत्वावधान में उनके शिष्य धु्रव कृष्ण गोस्वामी की श्रीमद् भागवत महापुराण की कथा के प्रथम दिवस पर हनुमान टेकरी से प्रारंभ हुई कलश यात्रा विभिन्न मार्गो से होती हुई एकता भवन पहुंची जहां कलश यात्रा का जगह जगह पर स्वागत किया गया बाहर से आए हुए भक्तों ने विधिवत भागवत जी का पूजन किया एवं अध्यात्म गुरु महामंडलेश्वर कृष्णानंद महाराज ने भागवत की महिमा बताते हुए कहा कि कलयुग में जीव के कल्याण का एकमात्र साधन श्रीमद्भागवत महापुराण ही है। नेशनल हाईवे 19 जैंत स्थित ‘मेरो ब्रज’ पंडाल में गुरु पूर्णिमा पर्व पूर्ण विधि विधान से मनाया गया। देश-विदेश के विभिन्न स्थानों से हजारों श्रद्धालु शिष्य यहां पहुंचे तथा आध्यात्मिक धर्मगुरु देवकीनंदन महाराज का गुरू रूप में पूजा कर आर्शीवाद ग्रहण किया। कोलकाता से आये भक्तों ने गुरु की विशेष आरती उतारी। गुरु पूजन का यह क्रम दोपहर तक चलता रहा। शिष्यों ने भंडारा प्रसादी ग्रहण की। इस अवसर पर धन्नू भईया, ममता सतीश गर्ग, मधु भल्ला, श्रीपाल जिंदल, देव शर्मा, सुधीर कुमार वर्मा, सिद्धार्थ वर्मा आदि मौजूद रहे ।
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