BREAKING NEWS

मीडियाभारती वेब सॉल्युशन अपने उपभोक्ताओं को कई तरह की इंटरनेट और मोबाइल मूल्य आधारित सेवाएं मुहैया कराता है। इनमें वेबसाइट डिजायनिंग, डेवलपिंग, वीपीएस, साझा होस्टिंग, डोमेन बुकिंग, बिजनेस मेल, दैनिक वेबसाइट अपडेशन, डेटा हैंडलिंग, वेब मार्केटिंग, वेब प्रमोशन तथा दूसरे मीडिया प्रकाशकों के लिए नियमित प्रकाशन सामग्री मुहैया कराना प्रमुख है- संपर्क करें - 0129-4036474

सूर्यदेव को समर्पित है रविवार का दिन, इस तरह करें पूजा, इन उपायों को करने से होता है लाभ

रविवार का दिन भगवान सूर्यदेव को समर्पित है। सूर्यदेव को प्रसन्न करने के लिए रविवार के दिन व्रत और पूजा आदि करने से भगवान सूर्यदेव का आशीर्वाद प्राप्त होता है। रविवार व्रत रखने से सभी संकटों का नाश हो जाता है और साथ ही आपकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। पौराणिक ग्रंथों में भगवान सूर्य के अर्घ्यदान का विशेष महत्व बताया गया है। रविवार का दिन सूर्य उपासना के लिए सर्वोत्तम है। इस दिन भगवान सूर्य की उपासना करने से मान-सम्मान और तेज की प्राप्ति होती है।


हिंदू धर्म में सूर्य को न केवल देवता माना जाता है बल्कि वे नौ ग्रहों के अधिपति भी माने जाते हैं। व्यक्ति पर सूर्य देव की कृपा हो तो, व्यक्ति को सुख और समृद्धि की प्राप्ति होती है। कुंडली में सूर्य मजबूत होने पर जीवन में सुख, संपत्ति और यश की प्राप्ति होती है।

सूर्य देव की पूजा विधि
सूर्योदय से पहले उठकर स्नान करें। इसके बाद उगते हुए सूर्य का दर्शन करते हुए उन्हें जल अर्पित करें। जल अर्पित करते समय ॐ घृणि सूर्याय नम: मंत्र का जाप करें। सूर्य को दिए जाने वाले जल में लाल रोली, लाल फूल मिलाकर जल दें। ऐसा करने से भगवान सूर्यदेव का आशीर्वाद मिलता है, और आपके सभी कार्य संपन्न होने लगते हैं।
सूर्य पूजन के लिए तांबे की थाली और तांबे के लोटे का उपयोग करना शुभ माना जाता है। पूजा में लाल चंदन और लाल फूल जरूर शामिल करें। इसके बाद लोटे में जल लेकर उसमें एक चुटकी लाल चंदन पाउडर और लाल फूल डालें। एक थाली में दीपक और लोटा रख लें। सूर्य देव को प्रणाम करें। ओम सूर्याय नमः मंत्र का जाप करते हुए लोटे से सूर्य देव को जल चढ़ाएं।

इसके अलावा सूर्य देव की कृपा पाने के लिए रविवार के दिन इन उपायों को जरूर करें। इन उपाय को करने से सभी समस्याओं का समाधान मिल जाता है।

लाल रंग के फूल डालकर अर्पित करें जल

मान्यता है कि अगर आप पूरे हफ्ते सूर्यदेव को जल अर्पित न कर सकें हो, तो रविवार के दिन सूर्यदेव को जल अवश्य अर्पित करें। तांबे के लोटे में लाल रंग के फूल डालकर जल अर्पित करने से लाभ होता है। अतः जल अर्पित करते समय सूर्य मंत्र का जाप करना चाहिए।

रात को सोते समय सिरहाने के पास रखें दो कपूर की टिकिया और थोड़ी सी रोली

अगर आपके दाम्पत्य जीवन से खुशियाँ कहीं गुम हो गई हैं तो उन खुशियों को जीवन में फिर से वापस लाने के लिये आज के दिन रात को सोते समय दो कपूर की टिकिया और थोड़ी-सी रोली लेकर अपने सिरहाने के पास रख लें। अगले दिन सुबह उठकर कपूर की टिकिया को घर के बाहर जला दें और रोली को एक पानी भरे गिलास या लोटे में डालकर सूर्य भगवान को अर्पित कर दें।

शिलाजीत के सामने करें गायत्री मंत्र का जाप

अगर आप समाज में अपना मान-सम्मान बढ़ाना चाहते हैं तो आज के दिन शिलाजीत सामने रखकर चौबीस बार गायत्री मंत्र का जप करें। मंत्र इस प्रकार है ॐ भूर्भुव स्वः तत् सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो नः प्रचोदयात्॥ इस प्रकार गायत्री मंत्र का जप करने के बाद शिलाजीत को लेकर 42 दिनों में थोड़ा-थोड़ा करके उसका सेवन करें।

परिवार के लोगों को लगाएं चंदन का टीका

रविवार के दिन परिवार के लोगों के माथे पर चंदन का तिलक अवश्य लगाएं। हर रविवार सूर्यदेव का व्रत करने से कार्यक्षेत्र में उच्च पद की प्राप्ति होती है।

रात को सिरहाने दूध का गिलास रखकर सोएं

सूर्यदेव की उपासना के लिए रविवार की रात अपने सिरहाने दूध का गिलास रखकर सोएं और सुबह इस दूध को बबूल के पेड़ की जड़ में डाल दें. इतना ही नहीं, इस दिन पीपल के पेड़ के नीचे दीपक जलाने से पद-प्रतिष्ठा में भी वृद्धि होती है।

गुड़ का करें दान
अगर आप अपने वैवाहिक जीवन में विश्वास कायम करना चाहते हैं तो आज आपको मंदिर में गुड़ से बनी कोई चीज़ दान करनी चाहिए। अगर आप गुड़ से बनी किसी चीज़ का दान न कर पायें, तो केवल गुड़ का दान करें। नोट—यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित है। इसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है। खास खबर डॉट कॉम एक भी बात की सत्यता का प्रमाण नहीं देता है।

साभार-khaskhabar.com

नारद संवाद


हमारी बात

Bollywood


विविधा

अंतर्राष्ट्रीय बाल श्रम निषेध दिवस: भारत में क्या है बाल श्रम की स्थिति, क्या है कानून और पुनर्वास कार्यक्रम

Read More

शंखनाद

Largest Hindu Temple constructed Outside India in Modern Era to be inaugurated on Oct 8

Read More