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आज भारत को वैश्विक अर्थव्यवस्था का ब्राइट स्पॉट कहा जा रहा है: PM मोदी

पीएम मोदी ने मंगलवार 7 मार्च 2023 को‘विकास के अवसर सृजित करने के लिए वित्तीय सेवाओं की दक्षता बढ़ाना’ विषय पर आयोजित किए जाने वाले बजट उपरांत वेबिनार को संबोधित किया। इस दौरान  पिछले नौ वर्षों में भारत की अर्थव्यवस्था के मूल सिद्धांतों को मजबूत करने में सरकार के प्रयासों का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि आज भारत को वैश्विक अर्थव्यवस्था का 'ब्राइट स्पॉट' कहा जा रहा है।

'वेबिनार में आपके सुझाव और विचार बहुत महत्वपूर्ण'

पीएम मोदी ने कहा, पोस्ट बजट वेबिनार के माध्यम से सरकार बजट को लागू करने में कलेक्टिव ओनरशिप और इक्वल पार्टनरशिप का रास्ता तैयार कर रही है। इस वेबिनार में आप लोगों के विचार और सुझाव का बहुत महत्व है। उन्होंने आगे कहा कोरोना वैश्विक महामारी के दौरान भारत की फिसकल और मॉनेटरी पॉलिसी का प्रभाव आज पूरा विश्व देख रहा है। ये बीते 9 वर्षों में भारत की इकोनॉमी के फंडामेंटल्स को मजबूत करने के सरकार के प्रयासों का ही नतीजा है।

'एक समय था जब भारत पर भरोसा करने से पहले भी 100 बार सोचा जाता था'

पीएम ने कहा, एक समय था जब भारत पर भरोसा करने से पहले भी 100 बार सोचा जाता था। हमारी इकोनॉमी हो, हमारा बजट हो, हमारे लक्ष्य हो जब भी इनकी चर्चा होती थी तो शुरुआत एक क्वेश्चन मार्क के साथ होती थी और उसका एंड भी एक क्वेश्चन से ही होता था। अब जब भारत फाइनेंशियल डिसिप्लिन, ट्रांसपेरेंसी और इंक्लूसिव अप्रोच को लेकर चल रहा है तो एक बहुत बड़ा बदलाव भी हम देख रहे हैं। अब चर्चा की शुरुआत पहले की तरह क्वेश्चन मार्क की जगह विश्वास ने ले ली है और चर्चा के अंत वाले समय में भी क्वेश्चन मार्क की जगह अपेक्षा ने ले ली है।

'आज भारत को वैश्विक अर्थव्यवस्था का ब्राइट स्पॉट कहा जा रहा है'

पीएम मोदी ने कहा आज भारत को वैश्विक अर्थव्यवस्था का ब्राइट स्पॉट कहा जा रहा है। भारत आज G20 की प्रेसीडेंसी का दायित्व भी उठा रहा है। 2021-22 में अब तक का सबसे ज्यादा FDI देश को प्राप्त हुआ है। इस निवेश का बड़ा हिस्सा मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में हुआ है। PLI का स्कीम का लाभ उठाने के लिए लगातार एप्लीकेशन आ रही है। हम ग्लोबल सप्लाई चेन का अहम हिस्सा भी बनते जा रहे हैं। निश्चित तौर पर ये कालखंड भारत के लिए बहुत बड़ा अवसर लेकर आया है और हमें ये मौका जाने नहीं देना चाहिए। इसका पूरा लाभ भुनाना चाहिए और मिलकर के करना चाहिए।

'आज का नया भारत अब नए सामर्थ्य से आगे बढ़ रहा है'

उन्होंने कहा, आज का नया भारत अब नए सामर्थ्य से आगे बढ़ रहा है। ऐसे में भारत के फाइनेंशियल वर्ल्ड के आप सभी लोगों की जिम्मेदारी भी बढ़ गई है। आज आपके पास दुनिया का एक मजबूत फाइनेंशियल सिस्टम है जो बैंकिंग व्यवस्था 8-10 साल पहले डूबने के कगार पर थी वह अब लाभ में आ गई है। आज आपके पास ऐसी सरकार है जो लगातार साहसपूर्ण निर्णय कर रही है। नीतिगत निर्णयों में बहुत ही क्लेरिटी है, कन्विक्शन है, कॉन्फिडेंस भी है। इसलिए अब आपको भी आगे बढ़कर के काम करना ही चाहिए, तेजी से काम करना चाहिए।

'महामारी के दौरान 1 करोड़ 20 लाख MSMEs को सरकार से बहुत बड़ी मदद मिली'

पीएम ने आगे जोड़ते हुए कहा, आज समय की मांग है कि भारत के बैंकिंग सिस्टम में आई मजबूती का लाभ ज्यादा से ज्यादा आखिरी छोर तक जमीन तक पहुंचे। जैसे हमने MSMEs को सपोर्ट किया वैसे ही भारत के बैंकिंग सिस्टम को ज्यादा से ज्यादा सेक्टर्स की हैंड होल्डिंग करनी होगी। महामारी के दौरान 1 करोड़ 20 लाख MSMEs को सरकार से बहुत बड़ी मदद मिली है। इस वर्ष के बजट में MSMEs सेक्टर को  2 लाख करोड़ का एडिशनल कोलेटरल फ्री गारंटेड क्रेडिट भी मिला है। अब ये बहुत जरूरी है कि हमारे बैंक उन तक पहुंच बनाएं और उन्हें  पर्याप्त तक फाइनेंस उपलब्ध कराएं।

'सरकार की नीतियों ने करोड़ों लोगों को फॉरमल फाइनेंशियल सिस्टम का हिस्सा बना दिया'

पीएम ने कहा, फाइनेंशियल इंक्लूजन से जुड़ी सरकार की नीतियों ने करोड़ों लोगों को फॉर्मल फाइनेंशियल सिस्टम का हिस्सा बना दिया है। बिना बैंक गारंटी 20 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा का मुद्रा लोन सरकार ने ये बहुत बड़ा काम नौजवानों के सपने पूरा करने में सार्थक काम किया है, मदद की है। पीएम स्व नीधि योजना के माध्यम से 40 लाख से ज्यादा रेहड़ी पटरी वाले छोटे दुकानदारों को पहली बार बैंकों से मदद मिलनी संभव हुई है। उन्होंने कहा, सभी स्टेकहोल्डर्स को कॉस्ट ऑफ क्रेडिट को कम करने, स्पीड ऑफ क्रेडिट को बढ़ाने और स्मॉल एंटरप्राइजेज तक तेजी से पहुंचाने के लिए भी प्रोसेस को रि-इंजीनियर करना बहुत जरूरी है। उसमें टेक्नोलॉजी भी बहुत मदद कर सकती है। तभी भारत के बढ़ते बैंकिंग सामर्थ्य का भारत के गरीबों को होगा। उन लोगों को होगा जो स्वरोजगार करके अपनी गरीबी दूर करने का तेजी से प्रयास कर रहे हैं।

नारद संवाद


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