Bad luck comes from having these things at the main door of the house, the person remains buried under debt.
Read Moreमथुरा। महाराजा अग्रसेन जयन्ती महोत्सव का प्रारम्भ करते हुए अग्रवाल सभा द्वारा देष के प्रसिद्ध अस्पताल मेट्रो हृदय संस्थान व मल्टी स्पेषलिट हास्पीटल के सहयोग से सर्वसमाज की सेवार्थ प्रसिद्ध चिकित्सकों के सहयोग से विभिन्न बीमारीयों से बचाब के लिए स्वास्थ परिचर्चा का आयोजन महाराजा अग्रसेन मार्ग स्थित होटल ब्रजवासी लैण्डस में किया। कार्यक्रम का प्रारम्भ अग्रवाल सभा के अध्यक्ष महावीर मित्तल, मंत्री सुरेष अग्रवाल, संगठन मंत्री व कार्यक्रम संयोजक शशिभानु गर्ग, देष के प्रमुख हृदय रोग विशंेषज्ञ डा. नीरज जैन, लीवर ट्रासप्लाट व जीआई सर्जरी विशेषज्ञ डा. अंकुर गर्ग व कैंसर सर्जरी विशेषज्ञ डा. नवीन, डा. भारती गर्ग, डा. एसबी अग्रवाल, डा. देवेन्द्र कुमार, डा. सुधीर गर्ग द्वारा भगवान गणेष कि प्रतिमा पर माल्यापर्ण व द्वीप प्रजलन कर किया। उपस्थितजनों को सम्बोधित करते हुए अग्रवाल सभा अध्यक्ष महावीर मित्तल के कहा कि अग्र कुल प्रवर्तक महाराजा अग्रसेन जी के आदषों पर चलकर सर्वसमाज की सेवार्थ यह चिकित्सीय परामर्ष चर्चा का आयोजन किया गया। मेट्रो हास्पीटर से पधारे देष के प्रसिद्ध हृदय रोग विशेषज्ञ डा.नीरज जैन ने बताया कि खान पान व धूम्रपान के कारण हृदय रोग से सम्बन्धित समस्याएं बढती जा रही हैं जोकि अब बहुत तेजी से छोटी उम्र में भी देखने को मिल रही हैं नियमित रूप से खेलकूद, व्यायाम, टहलना, दौड़ना आदि दिनचर्चा में अवश्य शामिल करना चाहिए।
डा. अंकुर गर्ग द्वारा लीवर सम्बन्धित बीमारियों के लिए एलकोहल व धूम्रपान को जिम्मेदार बताते हुए नियमित रूप से शारीरिक जांच की बात कही। डा. नवीन द्वारा कैंसर रोग के प्रति समाज की सोच को गलत बताते हुए कहा कि अब हर तरह के कैसर का ईलाज संम्भव है मनुष्य को इससे बचाव के लिए लापरवाही छोड़नी होगी ।अग्रवाल सभा के प्रधानमंत्री सुरेष अग्रवाल द्वारा जनहीत में सर्वसमाज कि सेवार्थ ऐसे कार्यक्रम करते रहने की जानकारी देते हुए कहा कि सम्पूर्ण जयन्ती महोत्सव को सर्वसमाज के लिए लाभदायक बनाने के लिए इस तरह के आयोजन होते रहेगें। इससे पूर्व अग्रवाल सभा के अध्यक्ष महावीर मित्तल, प्रधानमंत्री सुरेष अग्रवाल, संगठनमंत्री शशिभानु गर्ग,
कोषध्यक्ष राजकुमार रद्दी, आडीटर छगनलाल कागजी, प्रचारमंत्री योगेष गोयल द्वारा उपस्थित डाक्टरों को बुक्के व स्मृति चिन्ह भेंट किये ।