ई-श्रम कार्ड से असंगठित श्रमिकों की जिंदगी में आएगा बदलाव, जानें क्यों है जरूरी
Read Moreमथुरा। यह ब्रजभूमि का सौभाग्य है कि वृन्दावन निवासी अरविन्द उपाध्याय तथा माता प्रिया गोस्वामी के मात्र 6 वर्षीय मेधावी पुत्र ‘गूगल गुरु’ का विगत दो सप्ताह में अमरेली (गुजरात), माउंट आबू तथा बीकानेर (राजस्थान), गुरुग्राम (हरियाणा) में देश के शीर्षस्थ वैज्ञानिकों द्वारा सम्मान किया गया। गूगल गुरु इस समय गोवर्धन रोड स्थित ज्ञानदीप शिक्षा भारती में कक्षा दो का छात्र है। गुरु ‘यू ट्यूब’ चैनल पर नौ विषय पढ़ाते हैं जो आईटी और यूपीएससी परीक्षा के लिए अनिवार्य माने जाते हैं। ज्ञानदीप शिक्षा भारती के संस्थापक सचिव मोहन स्वरूप भाटिया ने कहा है कि गुरु ज्ञानदीप के शिक्षक शिक्षिकाओं और विद्यार्थियों में अत्यन्त लोकप्रिय है। गूगल गुरु के पिता अरविन्द उपाध्याय ने बताया कि गुरु को डिस्ट्रिक्ट एजुकेशन इनोवेशन फेस्टिवल में विशिष्ट अतिथि के रूप में तथा जीएवी गु्रप ऑफ इंस्टीट्यूट गुरुग्राम में मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया था। गुरु उपाध्याय को देश विदेश के रिसर्च सेंटर से आए कई वैज्ञानिकों सहित इसरो के वरिष्ठ वैज्ञानिक श्री दिलीप भट्ट, पोखरण परमाणु टेस्ट टीम के वरिष्ठ सदस्य, वैज्ञानिक जेजे रावल अध्यक्ष इंडियन प्लेनेटेरी सोसायटी भारतीय खगोल विज्ञान संस्थान, बेंगलुरु चंद्रमोहन नौटियाल, वरिष्ठ वैज्ञानिक परमाणु अनुसंधान केंद्र एवं सदस्य प्रधान मंत्री परामर्शदात्री समिति, चंद्रमौली जोशी वैज्ञानिक एवं अध्यक्ष रमन साइंस एण्ड टेक्नोलॉजी भारत वैज्ञानिक निशांत मल्होत्रा फ्रांस एनर्जी रिसर्च सेंटर, और देश के भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन, परमाणु अनुसंधान संस्थान के वरिष्ठ वैज्ञानिकों के साथ पहली बार सबसे अल्पायु गूगल गुरु को मात्र छह वर्ष की आयु में विज्ञान और शिक्षा के क्षेत्र मे अद्वितीय और अकल्पनीय योगदान के लिए इंडियन सांइस टेक्नों फेस्टिवल बीकानेर तथा राजस्थान के माउंट आबू में स्थित विश्व के सबसे बड़े ब्रह्यकुमारी आश्रम में गूगल गुरु को विशेष अतिथि के रूप में नेशनल अवार्ड से सम्मानित किया गया ।
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